National Parks in Madhya Pradesh – वर्तमान में भारत में 106 राष्ट्रीय उद्यान हैं, जिसमे से कुल 10 राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश राज्य में स्थित हैं जोकि भारत के किसी भी अन्य राज्य की तुलना में सर्वाधिक है| तो इस आर्टिकल में हम मानचित्र के साथ मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान के बारे में जानेंगे| अगर आप किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़िए|
कर्नाटक के राष्ट्रीय उद्यान | केरल के राष्ट्रीय उद्यान | तमिल नाडु के राष्ट्रीय उद्यान |
National Parks in Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान – नीचे दी गई सारणी में मध्य प्रदेश के सभी 10 राष्ट्रीय उद्यान, सम्बंधित जिला व घोषणा का वर्ष साझा किया गया है|
क्र.सं. | राष्ट्रीय उद्यान | जिले का नाम | घोषित वर्ष | क्षेत्रफल |
1. | कान्हा राष्ट्रीय उद्यान | मांडला व बालाघाट | 1955 | 940 KM2 |
2. | माधव राष्ट्रीय उद्यान | शिवपुरी | 1959 | 375.22 KM2 |
3. | बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान | उमरिया | 1968 | 448.85 KM2 |
4. | इंदिरा प्रियदर्शिनी पेंच राष्ट्रीय उद्यान | सिओनी व छिंदवाडा | 1975 | 292.85 KM2 |
5. | वन विहार राष्ट्रीय उद्यान | भोपाल | 1979 | 4.45 KM2 |
6. | पन्ना राष्ट्रीय उद्यान | पन्ना व छतरपुर | 1981 | 542.67 KM2 |
7. | संजय धुबरी राष्ट्रीय उद्यान | सीधी व सिंगरौली | 1981 | 466.88 KM2 |
8. | सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान | होशंगाबाद | 1981 | 585.17 KM2 |
9. | मांडला जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान | डिंडोरी | 1983 | 0.27 KM2 |
10. | कुनो राष्ट्रीय उद्यान | शेवपुर | 2010 | 0.8974 KM2 |
मध्य प्रदेश के सभी राष्ट्रीय उद्यान नीचे दिए गए मानचित्र में दर्शाए गए हैं।
कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश
- कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश राज्य के मंडला और बालाघाट जिलों में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है।
- यह 1955 में स्थापित किया गया था और 940 किमी² क्षेत्र को कवर करता है।
- यह राष्ट्रीय पार्क सतपुड़ा पहाड़ियों के माइकल रेंज में स्थित है|
- कान्हा राष्ट्रीय उद्यान एक टाइगर रिजर्व भी है|
वन्यजीव व वनस्पतियाँ
- यह राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के राजकीय पशु बारासिंघा के लिए प्रसिद्द है तथा इस पार्क में बाघ, तेंदुआ, भालू, अजगर जैसे जीव भी पाए जाते हैं|
- यहां की सबसे बड़ी विशेषता खुले घास के मैदान हैं, जहाँ पर आपको बांस और टीक के वृक्ष देखने को मिलता है|
पन्ना राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश, भारत के पन्ना व छतरपुर जिले में विन्ध्य की पहाड़ियों में स्थित है।
- यह 1994 में स्थापित किया गया था और 542.67 किमी² क्षेत्र को कवर करता है|
- मध्य प्रदेश की केन नदी इसी पार्क से होकर बहती है|
- 1994-95 में इसे एक टाइगर रिजर्व के तौर पर भी घोषित किया गया था|
- वर्ष 2007 में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान को केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा भारत के सर्वश्रेष्ठ रखरखाव वाले राष्ट्रीय पार्क के रूप में पुरस्कृत किया गया था|
वन्यजीव व वनस्पतियाँ
- इस राष्ट्रीय पार्क में बाघ, तेंदुआ, लकड़बग्घा, जंगली कुत्ता, स्लॉथ भालू, सफेद गर्दन वाला सारस, चीतल, चौसिंघा, भारतीय हिरणों में सबसे बड़ा सांभर, ब्लू बुल, चिंकारा व गिद्धों की 6 प्रजातियां पाई जाती है|
- यहाँ पर सागौन के मिश्रित सूखे पर्णपाती वन के साथ लम्बी घास व कांटेदार वन पाए जाते हैं|
कुनो राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश
- कुनो राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश राज्य के शेवपुर व मुरैना जिले में स्थित है, जिसे वर्ष 2018 में राष्ट्रीय पार्क का दर्जा दिया गया था|
- इसका कुल क्षेत्रफल 748.76 किमी2 है|
- चम्बल की सहायक नदी कुनो इस पार्क को दो हिस्सों में विभाजित करती है|
- 17 सितम्बर, 2022 को नामीबिया देश से 4 से 6 साल की उम्र के पांच मादा और तीन नर चीते नामीबिया से कुनो नेशनल पार्क में लाये गए हैं|
वन्यजीव व वनस्पतियाँ
- यह पार्क तेंदुओं, चिंकारा व सियार के लिए प्रसिद्ध है|
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश
- सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान भारत के मध्य प्रदेश राज्य के होशंगाबाद ज़िले में नर्मदा नदी के दक्षिण में स्थित है।
- यह 524 वर्ग कि॰मी॰ के क्षेत्र में फैला हुआ है|
- सतपुड़ा पहाड़ियों की धुपगढ़ छोटी इसी पार्क में स्थित है|
- वर्ष 1999 में इस राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया था|
वन्यजीव व वनस्पतियाँ
- इस राष्ट्रीय पार्क में बाघ, तेंदुआ, सांभर, चीतल, भेडकी, नीलगाय, चौसिंगा, चिंकारा, गौर, जंगली सुअर, जंगली कुत्ता, भालू, काला हिरण, लोमड़ी, साही, उड़न गिलहरी, मूषक मृग और भारतीय विशाल गिलहरी आदि पाये जाते हैं।
- सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान में पक्षियों की अनेक प्रजातियाँ पाई जाती हैं जिनमें मोर व धनेश प्रमुख हैं।
बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश
- बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश राज्य के उमरिया जिले में सतपुड़ा की पहाड़ियों में स्थित है|
- इसे 1968 में राष्ट्रीय पार्क का दर्जा दिया गया था तथा यह 437 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है|
वन्यजीव व वनस्पतियाँ
- इस राष्ट्रीय उद्यान में 34 स्तनधारियों, 22 पशुओं की और पक्षियों की 250 प्रजातियाँ पाई जाती हैं तथा तेंदुआ, नीलगाय व चिंकारा यहाँ का प्रसिद्ध पशु है|
- इस राष्ट्रीय पार्क में घनत्व के हिसाब से से बाघों की संख्या भारत में सर्वाधिक है|
संजय धुबरी राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश
- संजय धुबरी राष्ट्रीय उद्यान को गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के नाम से भी जाना जाता है |
- यह राष्ट्रीय पार्क मध्य प्रदेश के सीधी व सिंगरौली और छत्तीसगढ़ के कोरिया ज़िले में अवस्थित है|
- इस राष्ट्रीय पार्क को वर्ष 2008 में टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया था|
- यह राष्ट्रीय उद्यान 466 वर्ग किमी के क्षेत्र में विस्तृत है|
- वर्ष 2000 में मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद इसका एक बड़ा भाग (1440 वर्ग कि.मी.) छत्तीसगढ़ राज्य के पास चला गया था।
- 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ की स्थापना के बाद इनका नाम संजय राष्ट्रीय उद्यान से गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान व गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व रखा गया|
- प्रत्येक वर्ष गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से यहाँ हाथियों का प्रवास भी देखा जाता है|
वन्यजीव व वनस्पतियाँ
- यह राष्ट्रीय उद्यान बाघ, तेंदुआ, चीतल, सांबर, जंगली सूअर, नीलगाय, चिंकारा, सिवेट, साही, गोह आदि पशुओं व गोल्डन हुडेड ओरियल, भांगराज (रैकेट पूंछ ड्रोंगो), भारतीय पित्त रूफुस-ट्रीपाइ, लेसर एडजुटेंट, लाल सिर वाला गिद्ध, सॅनरस गिद्ध, भारतीय सफेद पूंछ वाला गिद्ध, मिस्र का गिद्ध, छप्पा (नाईटजार्स) पक्षियों की प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है|
माधव राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश
- माधव राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश राज्य के शिवपुरी जिले में स्थित है|
- इसे वर्ष 1956 में राष्ट्रीय पार्क का दर्जा दिया गया था तथा यह 354 वर्ग किमी के क्षेत्र में स्थित है|
- मगरमच्छ के लिए प्रसिद्ध साख्य सागर रामसर साईट व माधव सागर झील इसी राष्ट्रीय पार्क में स्थित है|
वन्यजीव व वनस्पतियाँ
- इस राष्ट्रीय पार्क में चिंकारा, चीतल, नीलगाय, सांभर, चौसिंगा, कृष्णमृग, स्लोथ रीछ, तेंदुए और साधारण लंगूर आदि जानवर पाए जाते हैं|
- इस उद्यान में उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती मिश्रित वन और शुष्क कांटेदार वन पाए जाते हैं, जिसमे करधई वृक्ष सबसे अधिक पाई जाने वाली प्रजाति है।
इंदिरा प्रियदर्शिनी पेंच राष्ट्रीय पार्क मध्य प्रदेश
- यह राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश राज्य के सिवनी व छिंदवाडा जिले में विस्तृत है|
- यह राष्ट्रीय उद्यान 758 वर्ग किमी के क्षेत्र में स्थित है|
- इस राष्ट्रीय उद्यान के वर्णन आइन-ए-अकबरी में किया गया गया व रूडयार्ड किपलिंग की प्रसिद्ध किताब और धारावाहिक जंगल बुक की प्रेरणा भी इसी राष्ट्रीय उद्यान से लिया गया है|
वन्यजीव व वनस्पतियाँ
- इस राष्ट्रीय उद्यान में तेंदुआ, जंगली कुत्ते, चीतल, सांभर, लोमड़ी, गौर[मिथुन], सियार व नीलगाय आदि जानवरों की प्रजातियाँ पाई जाती है|
पेंच राष्ट्रीय उद्यान में तीन प्रकार के वन पाए जाते हैं।
- उष्णकटिबंधीय आर्द्र पर्णपाती वन
- उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती सागौन वन
- उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती मिश्रित वन।
वन विहार राष्ट्रीय पार्क मध्य प्रदेश
- वन विहार राष्ट्रीय पार्क मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल शहर में स्थित है|
- इसे वर्ष 1983 में राष्ट्रीय पार्क का दर्जा दिया गया था तथा 4.45 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है|
- यह एक चिड़ियाघर भी है|
घुघुआ जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश
- घुघुआ राष्ट्रीय पार्क मध्य प्रदेश राज्य के डिंडोरी जिले में स्थित है|
- वर्ष 1983 में स्थापित यह उद्यान 270 वर्ग किमी के क्षेत्र में विस्तृत है|
- इस राष्ट्रीय पार्क में 40 मिलियन से 150 मिलियन वर्ष पुराने पौधों के जीवाश्म रखे गये है।
- यह नीलगिरि जीवाश्म के लिये जाना जाता है, जोकि अभी तक का सबसे पुराना जीवाश्म माना जाता है।
- घुघुवा नाम से प्रचलित इस उद्यान में अब तक 18 पादप कुलों के 31 परिवारों के पौधों के जीवाश्म खोजे जा चुके है|
ओमकारेश्वर राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश
- ओमकारेश्वर राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश के खंडवा व देवास जिले में क्रमशः 450 वर्ग किमी व 225 वर्ग किमी के क्षेत्र में प्रस्तावित है|
- काली-सिंध लिंक परियोजना के निर्माण कार्य पूरा होने के बाद स्थापना किया जायेगा|
तो इस प्रकार से हमने मध्य प्रदेश राज्य के सभी 10 राष्ट्रीय उद्यानों (National Parks in Madhya Pradesh Map) के बारे में विभिन्न परीक्षाओं के दृष्टिकोण से सभी महत्वपूर्ण तथ्यों को कवर कर लिया है| आशा करते हैं कि यह लेख आपको अच्छा लगा होगा|